गीतांजलि गुप्ता
गीतांजली गुप्ता और उनके कविताओं के बारे में जानकारी हमें श्रीमती कृष्णा
चक्रवर्ती से प्राप्त हुआ । श्रीमती चक्रवर्ती, जो इन दिनों कलकत्ता मे रह रही है,
गीतांजली गुप्ता को कुमायून इंजिरियरिंग कालेज मे अध्यापना के दौड़ान छात्रा के
रूप मे पायी थी । इस गुरु-शिष्य का रिश्ता किस प्रकार था, वह हम इन दो
कविताओं के जरिये पता लगा सकते हैं । श्रीमती चक्रवर्ती उस कालेज से विदा
होने के वक्त पर इन कविताओं को रचना किया गया था ।
गीतांजलिजी अब कहां है, क्या कर रही है इत्यादि के बारे पता लगाने की
कौशिश में हम लगें हुए हैं। पता चलते ही हम उसे यहां दर्शाएंगे ।