मैथिली शरण गुप्त (1886 - 1964)
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मैथिली शरण गुप्त का जन्म उत्तर प्रदेश के झाँसी जिला में चिरगाँव ग्राम में
हुआ था । इनकी शिक्षा घर पर ही हुई और वहीं इन्होंने संस्कृत, बंगला, मराठी
ओर हिंदी शिखे ।
उनकी रचना "जयद्रथ वघ"(1910), "भारत भारती"(1912), पंचवटी, नहुष, मेघनाद
वध आदि हिंदी साहित्य के अमुल्य रतन समझे जाते हैं । महाकाव्य "साकेत"
(1932) के लिये उन्हे मंगला प्रसाद पारितोषिक प्रदान किया गया । भारत सरकार
उनको पद्म भूषण से अलंकृत किया ।
इनके रचनाओं मं देशभक्ति, बंधुत्व, गांधीवाद, मानवता तथा नारी के प्रति करुणा
और सहानुभूति व्याक्त कि गई है । इनके काव्य का मुख्य स्वर राष्ट्र-प्रेम है । वे
भारतीय संसकृति के गायक थे । इन्ही कारण उन्हे राष्ट्रकवि का सम्मान दिया
गया है ।
स्वतंत्रता के संग्राम के लिये उन्हे एकाधिक बार जेल भी जाना पड़ा ।
मैथिली शरण गुप्त का कविता
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