स्वप्न मधुकरजी विज्ञान के छात्र रहते हुए भी साहित्य कला में विशेष रुचि रखते हैं।
वह इंजीनियरिं ड्राँइंग में डिप्लोमा किए, फिर भी हिंदी साहित्य में उनके कहानीयों, कविताएं
तथा गीत, आधुनिक एवं भजन, दोनों में ही उजागर हैं। इनके भजन एवं गीत श्री अमर
नाथ मुखर्जी ने अपनी सुरों मे ढाले और लोकप्रिय बनें। स्वप्न मधुकरजी बिहार के पुर्नियाँ
जिले के रहने वाले हैं। फिलहाल ये कलकत्ता के ठाकुरपुकर में बस रहे हैं। इसके अलावा
ये इंडियन आर्ट कालेज में फाइन आर्ट के छात्र भी रहें हैं। इनका असली नाम स्वपन कुमार
राय है।
पता-
506/F, Abhinandan Sarani, No.2 Bachharpara Road, Thakurpukur, Kolkata-700063
Tel: 91 33 24535545, Mob: 91 9231461996