कवि साहिर लुधियानवी का गीत
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मैं ये कहती हूं कि किस रोज़ हुज़ुर आएंगे
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - चार दिल चार राहें
मैं ये कहती हूं कि किस रोज़ हुज़ुर आएंगे
दिल ये कहता है कि एक दिन वो ज़रूर आएंगे
इंतज़ार और अभी, और अभी, और अभी
इंसाफ का तराज़ू
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - इंसाफ का तराज़ू
इंसाफ का तराज़ू
जो हाथ में उठाए
ज़ुर्मों को ठिक तोले
एसा न हो कि कल का
इतिहासकार बोले
मुजरिम से भी ज़्यादा
मुनसिफ ने ज़ुल्म ढाया
इतनी हसीन इतनी जवां रात क्या करें
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - आज और कल
इतनी हसीन इतनी जवां रात क्या करें
जागे है कुछ अजीब से जज़बात क्या करें
उन्हें खोकर दुखे दिल की दुआ से
उन्हें खोकर दुखे दिल की
गीतकार – साहिर लुधियानवी
उन्हें खोकर दुखे दिल की दुआ से और क्या मांगुं
मैं हैरान हूं कि आज अपनी वफा से और क्या मांगुं
जो हममें हैं वो मतवाली अदाएं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - साधना
जो हममें हैं वो मतवाली अदाएं, सब में नहीं होती
मुहब्बत सबमें होती है, वफ़ा
ऐसे वैसे ठिकानों पे जाना बुरा है
ऐ मेरे नन्हें गुलफ़ाम
गीतकार – साहिर लुधियानवी
ऐ मेरे नन्हें गुलफ़ाम
मेरी नींदें तेरी नाम
तेरा बचपन पाक रहे
मुझ पर तो है सै इल्ज़ाम
किसका पड़ा तुझ पर साया
कभी ख़ुद पे, कभी हालात पे
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - हम दोनो
कभी ख़ुद पे, कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो हर एक बात पे रोना आया
कच्ची है उमरिया, कोरी है, चुनरिया
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - चार दिल चार राहें
कच्ची है उमरिया, कोरी है, चुनरिया
मोहे भी रंग देता जा
मोहे भी रंग देता जा मोरे सजना
मोहे भी रंग देता जा
काम, क्रोध और लोभ का मारा
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - सौतेला भाई
काम, क्रोध और लोभ का मारा
जगत न आया रास
जब जब राम ने जनम लिया
तब तब पाया बनवास
काबे में रहो या काशी में
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - धर्मपुत्र
काबे में रहो या काशी में
निसबत तो उसी के जात से है
तुम राम कहो कि रहीम कहो
मतलब तो उसी के बात से है