कवि साहिर लुधियानवी का गीत
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तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - त्रिशूल
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
ताकि तू जान सके
तुझको परवान चड़ानें के लिए
कितने संगीन मराहिल से तेरी मां गुज़रती
तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - मुझे जीने दो
तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूं
और दुआ दे के परेशान सी हो जाती हूं
तेरे प्यार का आसरा चाहता हूं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - धूल का फूल
तेरे प्यार का आसरा चाहता हूं
वफ़ा कर रहा हूं, वफ़ा चाहता हूं
दिल जो भी कहेगा, मानेंगे
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - दिल ही तो है
दिल जो भी कहेगा, मानेंगे
दुनिया में हमारा दिल ही तो है
हर हाल में जिसने साथ दिया
वो एक बेचारा दिल ही तो है
दिल जो भी कहेगा मानेंगे...
कोई साथी ना कोई सहारा
कोई मंजिल न कोई किनारा
वफ़ा के नाम पे कितने गुनाह होते हैं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - धूल का फूल
वफ़ा के नाम पे कितने गुनाह होते हैं
गर उनसे पूछे कोई तो तबाह होते हैं
दामन में दाग़ लगा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
छोटी सी भूल जवानी की
जो तुम को याद न आएगी
इस भूल को ताने देकर
दुनिया हम को तड़पाएगी
भूले से मुहब्बत कर बैठा (दिल ही तो है)
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - दिल ही तो है
भूले से मुहब्बत कर बैठा
नादां था बिचारा दिल ही तो है
हर दिल से ख़ता हो जाती है
बिगड़ो न ख़ुदारा दिल ही तो है...
इस तरह निगाहें मत फेरो
ऐसा न हो घड़कन रुक जाए
दीवारों का जंगल जिसका आबादी है नाम
गीतकार – साहिर लुधियानवी
दीवारों का जंगल जिसका आबादी है नाम
बाहर से चुप लगता है अंदर है कोहराम
दीवारों के इस जंगल में भटक रहे इंसान
अपने-अपने उलझे दामन झटक रहे इंसान
दूर रह कर न करो बात क़रीब आ जाओ
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - अमानत
दूर रह कर न करो बात क़रीब आ जाओ
याद रह जाएगी ये रात क़रीब आ जाओ
देखा है ज़िन्दगी को कुछ इतना क़रीब से
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - एक महल हो सपनों का
देखा है ज़िन्दगी को कुछ इतना क़रीब से
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से
दो बूंदें सावन की, हाय दो बूंदें सावन की
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - दिल ही तो है
दो बूंदें सावन की, हाय दो बूंदें सावन की
इक सागर की सीप में टपके, और मोती बन जाओ
दूजे गंदे नाले में गिरकर, अपना आप गंवाए
किसको मुजरिम समझे कोई, किसको दोष लगाए
हाय किसको दोष लगाए