कवि साहिर लुधियानवी का गीत
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यूं ही दिल ने चाहा था, रोना रुलाना
गीतकार – साहिर लुधियानवी
यूं ही दिल ने चाहा था, रोना रुलाना
तेरी याद तो बन गई इक बहाना...
हमें भी नहीं इल्म, हम किस पे रोएं
वो बीती रुतें हैं कि आता ज़माना
ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाए
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - काजल
ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाए तो अच्छा
इस रात की तकदीर संवर जाए तो अच्छा
ये वादियां ये फ़िज़ाएं बुला रही है तुम्हें
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - गुमराह
ये वादियां ये फ़िज़ाएं बुला रही है तुम्हें
ख़मोशियों की सदाएं बुला रही है तुम्हें
ये वादियां ये फ़िज़ाएं बुला रही है तुम्हें
तरस रहे है जवां फूल होंठ छूने को
घरती की सुलगती छाती से
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - गुमराह
घरती की सुलगती छाती से
बेचैन शरारे पूछते हैं
तुम लोग जिन्हे अपना न सके
वो ख़ून के धारे पूछते हैं
सड़कों की ज़ुबां चिल्लाती है
सागर के किनारे पूछते हैं
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
ये दुनिया दो रंगी है
गीतकार – साहिर लुधियानवी
ये दुनिया दो रंगी है...
एक तरफ़ से रेशम ओढ़े एक तरफ़ से नंगी है
एक तरफ़ से अंधी दौलत की पागल ऐश परस्ती
एक तरफ़ जिस्मों की क़ीमत रोटी से भी सस्ती
तरफ है सोनागाची एक तरफ चौरंगी है
ये कौन आया कि मेरे दिल की दुनिया में बहार आई
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - बाज़ी
ये कौन आया कि मेरे दिल की दुनिया में बहार आई
ये कौन आया...
अचानक ये मेरे हाथों में किसका, हाथ आया है
न मैं जानुं, न दिल जाने वो अपना या पराया है
रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - गज़ल
रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं
ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूं
मैंने जज़्बात निभाएं है उसूलों की जगह
अपने अरमान पिरो लाया हूं फूलों की जगह
ये ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - नीलकमल
ये ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
चली है आज भटकने, उदास राहों में
तमाम उम्र के रिश्ते घड़ी में ख़ाक़ हुए
न हम हैं, दिल में किसी के, न हैं निग़ाहों में
रात भर का है मेहमां अंघेरा
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - सोने की चिड़िया
रात भर का है मेहमां अंघेरा
किसके रोके रुका है सवेरा
रात जितनी भी संगीन होगी
सुबह इतनी ही रंगीन होगी
लाख ज़माने वाले, जालें दिलों पे ताले
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - बाज़ी
लाख ज़माने वाले, जालें दिलों पे ताले
तुम भी न भूलो बालम, हम भी न भूलें
बालम, हम भी न भूले...
दिल की लगी पे देखो, आंच न आए