कवि साहिर लुधियानवी का गीत
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लो अपना जहां दुनिया वालो
गीतकार – साहिर लुधियानवी
लो अपना जहां दुनिया वालो
हम इस दुनिया को छोड़ चले
जो रिश्ते नाते जोड़े थे
वो रिश्ते नाते तोड़ चले
लोग औरत को फ़क़त जिस्म समझ लेते हैं
गीतकार – साहिर लुधियानवी
लोग औरत को फ़क़त जिस्म समझ लेते हैं
रूह भी होती है इसमें यह क्या सोचते हैं
रूह क्या होती है इससे उन्हें मतलब ही नहीं
वो तो बस तन को तक़ाज़ों का कहा मानते हैं
विनती सुनो मोरी अवघपुर के बसैया
गीतकार – साहिर लुधियानवी
विनती सुनो मोरी अवघपुर के बसैया
विनती सुनो मोरी अवघपुर के बसैया
भक्त जनों की रक्षा कीजो
सुख संपति की छाया दीजो
शरमा के यूं न देख अदा के मक़ाम से
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - नीलकमल
शरमा के यूं न देख अदा के मक़ाम से
अब बात बड़ चुकी है गया के मक़ाम से
तस्वीर खींच ली है तेरे शोख़ हुस्न की
मेरी नज़र ने आज ख़ता के मक़ाम से
शे’र का हुस्न हो नग़मों की जवानी हो तुम
गीतकार – साहिर लुधियानवी
शे’र का हुस्न हो नग़मों की जवानी हो तुम
एक धड़कती हुई शादाब कहानी हो तुम
संसार की हर शै का इतना ही फ़साना है
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म -धुंध
संसार की हर शै का इतना ही फ़साना है
एक धुंध से आना है एक धुंध में जाना है
ये राह कहां से है, ये राह कहां तक है
ये राज़ कोई राही, समझा है न जाना है
संभल ऐ दिल
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - साधना
संभल ऐ दिल
तड़पने और तड़पाने से क्या होगा
जहां बसना नहीं मुमकिन
वहां जाने से क्या होगा...
चले आओ कि अब मुंह फेरकर
जाने से क्या होगा
जो तुम पर मर मिटा
उस दिल को तड़पाने से क्या होगा
सब की ख़ैर हो बाबा, सबका भला
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - फिर सुबह होगी
सब की ख़ैर हो बाबा, सबका भला
दे-दे भूखे पेच को रोटी का टुकड़ा
ओ जानेवाले लेता जा ग़रीब की दुआ
सब की ख़ैर हो बाबा, सबका भला
सखी री मेरा मन उलझे, तन डोले
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - चित्रलेखा
सखी री मेरा मन उलझे, तन डोले
अब चैन पड़े तब ही जब, उनसे मिलन हो ले
सखी री मेरा मन उलझे, तन डोले...
सब को सन्मति दे भगवान
गीतकार – साहिर लुधियानवी
फिल्म - हमदोनो
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सब को सन्मति दे भगवान...