गीतकार – साहिर लुधियानवी संगीतकार – सचिन देब बर्मन गायिका – लका मंगेशकर फिल्म – बरसात की रात
मुझे मिल गया बहाना तेरा दीद का कैसे खुशि लेके आया चाँद ईद का जुल्फ मचल के खुल खुल जाए चाल में मस्ती घुल घुल जाए ऐसी खुशी आज मिली, आज मिली ऐसी खुशी आँखों मे नाम नहीं नीद का मुझे मिल गया बहाना तेरा दीद का
जागती आँथे ढूँढ़ती हैं सपने तुझ बिन आके पहलू में अपने दिल का लगी ऐसी बड़ी बड़ी दिल लगी आँखों मे नाम नहीं नींद का मुझे मिल गया बहाना तेरा दीद का
आते ही तेरे छटकी हैं कलियां दिलबर बनके घड़की हैं कलियां ऐसी कटी रात मेरी रात मेरी ऐसी नहीं आँखों में नाम नहीं नींद का मुझे मिल गया बहाना तेरा दीद का
गीतकार – साहिर लुधियानवी संगीतकार – जयदेव गायक – महम्मद रफी फिल्म – हम दोनो
मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया हर फिक्र को धुँए में उड़ाता चला गया मैं ज़िन्दगी का साथ निभाता चला गया . . . बरबादियों को सोग मनाना फिज़ूल था बरबादियों का जश्न मनाता चला गया हर फिक्र को धुँए में उड़ाता चला गया . . . जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया हर फिक्र को धुँए में उड़ाता चला गया . . . गम और खुशी में फर्क न महसूस हो जहां मै दिल को उस मुकाम पे लाता चला गया हर फिक्र को धुँए में उड़ाता चला गया . . .
गीतकार – साहिर लुधियानवी संगीतकार – सचिन देब बर्मन गायक – महम्मद रफी फिल्म – प्यासा
मालिश तेल मालिश चम्पी तेल मालिश, सर जो तेरा चकराए या दिल डुबा जाए, आजा प्यारे पास हमारे काहे घबराए, काहे घबराए...
तेल मेरा है मुश्की, गंज रहे न खुश्की जिसके सर पर हाथ फिरा दूं चमके किसमत उसकी सुन सुन सुन अरे बेटा सुन इस चम्पी में बड़े बड़े गुण लाख दुखों की एक दवा है क्यों न आजमाए काहे घबराए...
प्यार का होवे झगड़ा या बिजनेस का हो रगड़ा सब लफड़ों का बोझ हटे जब हाथ पड़े एक तगड़ा सुन सुन सुन अरे बाबू सुन इस चम्पी के बड़े बड़े गुण काहे घबराए...
नौकर हो या मालिक लीडर हो या पब्लिक अपने आगे सभी झुके हैं क्या राजा क्या सैनिक सुन सुन सुन अरे राजा सुन इस चम्पी में बड़े बड़े गुण काहे घबराए...
गीतकार – साहिर लुधियानवी संगीतकार – राजेश रोशन गायक – मन्ना दे फिल्म – दिल ही तो है
लागा, चुनरी में दाग, छुपाऊं कैसे लागा, चुनरी में दाग, छुपाऊं कैसे चुनरी में दाग, छुपाऊं कैसे, घर जाऊं कैसे लागा, चुनरी में दाग...
हो गई मैली मोरी चुनरिया कोरे बदन-सी कोरी चुनरिया हो गई मैली मोरी चुनरिया जाके बाबुल से नज़रें मिलाऊं कैसे घर जाऊं कैसे, लागा चुनरी में दाग...
भूल गई सब वचन विदा के खो गई मैं ससुराल में आके भूल गई सब वचन विदा के खो गई मैं ससुराल में आके जाके बाबुल से नज़रें मिलाऊं कैसे घर जाऊं कैसे, लागा चुनरी में दाग...
कोरी चुनरिया आत्मा मोरी मैल है माया जाल गोद लिया मोरे बाबुल का घर ये दुनिया ससुराल जाके बाबुल से नज़रें मिलाऊं कैसे घर जाऊं कैसे, लागा चुनरी में दाग...
गीतकार – साहिर लुधियानवी संगीतकार – सचिन देब बर्मन गायक – लता मंगेशकर फिल्म – सजा
तुम न जाने किस जहां में खो गए हम भरी दुनियी में तनहा हो गए मौत भी आती नहीं आस भी जाती नहीं दिल को यह क्या हो गया कोई शैय भाती नहीं लूट कर मेरा जहां छुप गए हो तुम कहां एक जां और लाख गम घुट के रह जाए ना दम आओ तुमको देख लें डूबती नजरों से हम लूट कर मेरा जहां छुप गए हो तुम कहां